Chapter 10
Chapter 10
हे पराबमी अजनु ा !
Mahabaho O mighty
महाबाहो हे महाबाहो !
armed!
ण ु ु
ShruNu Listen to
सनो ते तू ऐक
Me My
मे मेरे माझे
परमम ्
Paramam supreme
परम ौे
VachaH word
वचः वचन को ( रह व
ु ) वचन
ूभावय
यत ्
Yat which
िजसे जे
अहम ्
Aham I
म मी
Preeya- one who is
अितशय ूेम मायाबल अािधक
ूीयमाणाय beloved and
maaNaaya
absorbed in my रखनवे ाले के िलये ूेम बाळगणाढया
speech with
delight
Vakshyaamee I will declare
वािम कँगा सांगने
्
(वच-ािम)
तु या िहतासाठी
Hita- wishing your
िहतकाया िहत की इा से
kaamyayaa welfare
Vibhuti Yoga Page: 1 of 85 Chapter 10
Shreemad Bhagawad Geeta: ौीमद ् - भगवद ् - गीता
अय :-
ौी भगवान ् उवाच - हे महाबाहो ! भूयः एव मे परमम ् वचः ण ु । ूीयमाणाय
ते यत ् अहम ् िहत-काया वािम ॥ १० - १ ॥
English translation:-
The Blessed Lord said, “O mighty armed Arjuna, again listen to My
supreme word which I will speak to you, who is beloved and
absorbed in my speech with delight, for your welfare”.
ु :-
िही अनवाद
ौी भगवान ् बोले, “ हे महाबाहो , िफर भी मेरे परम रह और ूभावय
ु वचन को
ु िजसे म तमु ज ैसे अितशय ूेम रखन ेवाले के िलये, िहत की इा से कँगा ।
सनो,
मराठी भाषार :-
ु , पनः
ौीभगवान णाले , “ हे पराबमी अजना ु माझे ौे वचन ऐक . माया
िवनोबांची गीताई :-
ु
िफिन सांगत ऐक वा उम मी तज़
ु मी िहत इित ॥ १० - १ ॥
राखसी ौवण गोडी तझ
ु
न मे िवः सरगणाः ूभवम ् न महषयः
य ः ।
अहम ् आिदः िह देवानाम ् महषणाम ् च सवशः ॥ १० - २ ॥
अहम ्
Aham I
म मी
AadiH the source
आिदः आिदकरण ँ आिदकारण (आहे)
Hi for
िह िक कारण
देवानाम ् देवताओ ं का
Devaanaam of Gods
देवतांचा ( आिण )
महषणाम ्
Mahatr- of great sages
महिष य का भी महषचा
ShiNaam
ु
Cha and
च और सा
SarvashaH in all respects
सवशः सब ूकार से सव ूकारांनी
ु
अय :- सरगणाः य ः ( च ) मे ूभवम ् न िवः । अहम ् िह देवानाम ्
, महषयः
महषणाम ् च सवशः आिदः ( अि ) ॥ १० - २ ॥
English translation:-
Neither the gods nor the great sages know My origin, for in all
respects, I am the source of all the gods and the great sages.
ु :-
िही अनवाद
मेरी उि को अथात ् लीला से ूकट होन े को न देवतालोग जानते ह और न
महिष जन ही जानते ह , िक म सब ूकार से देवताओ ं का और महिष य का भी
आिदकरण ँ ।
मराठी भाषार :-
देवगणांना आिण महषना माया उीचे ान नाही, कारण देवांच े व महषचे
सवूकारे मीच आिदकारण आहे .
िवनोबांची गीताई :-
न देव ज़ाणती माझा ूभाव न महिष िह
सवथा मी िच देवांच महषच िह मूळ क ॥ १० - २ ॥
माम ् ु को
Maam Me
मझ मला
अन -् आिदम ्
Anaadim beginning-
अनािद अनादी
less
Cha and
च और आिण
Vetti knows
वेद ् - ित त से जानता है ततः जाणतो
Loka of the world
लोक लोक का लोकांचा
ानवान ् पष
ु ु
AsammudhaH undeluded
असंमढू ः ानवान पष
SaH he
सः वह तो
मष ु ु म ु मधील
Marteshu among
मन मनां
mortals
Sarva all
सव सूण ू
संपण
PaapaiH from all sins
पाप ैः पापसे पापांतनू
ु ते ु हो जाता है म
ु होऊन जातो
Pramuchyate liberated
ूम म
अय :-
यः माम ् अजम ् , अन -् आिदम ,् लोकमहेरम
रम ् च वेि , सः मष ु असंमढू ः
ु
( भूा ) सव - पाप ैः ूमते ॥ १० - ३ ॥
English translation:-
He who knows Me as unborn, beginning-less and the Supreme Lord
of the world, he the undeluded among mortals is freed from all sins.
ु :-
िही अनवाद
ु को अजा अथात ् वाव म जरिहत, अनािद और लोक का महान ्
जो मझ
ु
ईर त से जानता है; वह मन म ानवान ् पष
ु ु हो
सूण पाप से म
जाता है ।
मराठी भाषार :-
जो मला जरिहत , अनादी आिण लोकांचा महान ईर असे ततः जाणतो , तो
ु मे मोहरिहत असणारा पष
मनां ु , सव पापांपासून म
ु होतो .
िवनोबांची गीताई :-
ओळखे ज़ो अजा मी यं भू िव चालक
ु त सटला
िनमह तो मनां ु ु ॥ १० - ३ ॥
पातकांतनी
ानम ्
Dnyaanam knowledge
यथाथ ान यथाथ ान
AsammohaH non-illusion
असंमोहः असूढता असंमढू ता
Kshamaa forgiveness
मा मा मा
सम ्
Satyam truth
स स
DamaH control over
दमः इिय का वश म इंिियांना वश कन
senses
करना घेण े
ShamaH control over
शमः मनका िनमह मनाचा िनमह
mind
ु
सखम ् Sukham joy
ु
सख ु
सख
ःखम ्
DuHkham sorrow
ःख ःख
BhavaH existence
भवः उि उी
AbhaavaH non-
अभावः ूलय व ूलय
existence
भयम ्
Bhayam fear
भय भय
Cha and
च और आिण
अभयम ्
Abhayam fearlessness
अभय अभय
Eva also
एव तथा तसेच
Cha and
च और व
अय :-
ु , ानम ् , असंमोहः , मा , सम ् , दमः , शमः , सखम
बिः ु ् , ःखम ् , भवः ,
English translation:-
Intellect, knowledge, non-illusion, forgiveness, truth, control over
senses and mind, joy and sorrow, existence and non-existence, fear
and fearlessness also…
ु :-
िही अनवाद
िनय करन े की शि, यथाथ ान, असूढता, मा, स, इिय का वश म
ु - ःख, उि - ूलय और भय - अभय ।
करना, मन का िनमह तथा सख
मराठी भाषार :-
ु , यथाथ ान , ॅमरिहत िती , मा , स , इंिियिनमह , मनाचा िनमह , सख
बी ु -
ःख, उती आिण ूलय , भय आिण अभय … ( हे सव भाव मायापासून िनमाण
झालेले आहेत ) .
िवनोबांची गीताई :-
ु
बिः िनमहता ान सता शम िनमह
ु ःख लाभालाभ भयाभय ॥ १० - ४ ॥
ज नाश सख
तिु ः
TushtiH contentment
सोष संतोष
TapaH austerity
तपः तप तप
दानम ्
Daanam charity
दान दान
YashaH fame
यशः कीित यश
AyashaH infamy
अयशः अपकीित अपयश
Bhavanti arise
भवि होते ह िनमाण होतात
BhaavaaH characteristics
भावाः भाव भाव
भूतानाम ्
Butaanaam of beings
ूािणय के ूािणमाऽांच े
ु से
MattaH From Me
मद ्-तः मझ मायापासून
Eva alone
एव ही के वळ
पृथक ् - िवधाः
Prithak- of different
नाना ूकार के नाना ूकारचे
VidhaaH kinds
अय :-
ु , तपः , ानम ,् यशः , अयशः ( इमे ) पृथक ् - िवधाः भूतानाम ्
अिहंसा , समता , तिः
भावाः मद-् तः एव भवि ॥ १० - ५ ॥
English translation:-
Non-injury, equanimity, contentment, austerity, charity, fame and
infamy – different kinds of characteristics of beings arise from Me
alone.
ु :-
िही अनवाद
तथा अिहंसा, समता, सोष, तप, दान, कीित और अपकीित ऐसे ये ूािणयके नाना
ु
ूकारके भाव मझसे ही उ होते ह ।
मराठी भाषार :-
अिहंसा , समता , संतोष , तप , दान , यश आिण अपयश इािद ूािणमाऽांच े िनरिनराळे
भाव मायापासूनच िनमाण झालेले आहेत .
िवनोबांची गीताई :-
तप दातृ संतोष अिहंसा समता मा
ु भूत भाव हे वेगवेगळे ॥ १० - ५ ॥
माया िच पासनी
ायवु आिद
ManavaH Manus
मनवः मनू
चौदह मन ु ये
Tathaa and also
तथा तथा तसेच
ु म भाववाले
Mad- endowed
मद ् - भावाः मझ माया िठकाणी
BhaavaaH with My
Power सब - के - सब असलेले भाव
MaanasaaH From My
मानसाः मेरे संक से माया मनान े
Mind
JaataaH born
जाताः उ ए ह उ झालेले
येषाम ्
Yeshaam of whom
िजनकी ांची
Loke in the world
लोके संसार म है संसारात
ImaaH these
इमाः यह ही
PrajaaH creatures
ूजाः सूण ूजा ूजा
अय :-
English translation:-
The seven great sages and the four Manus, endowed with My power,
were born of My mind; and from them have come forth all these
creatures in the world.
ु :-
िही अनवाद
सात महिष जन, चार उनसे भी पूव म होन ेवाले सनकािद तथा ायवु आिद
चौदह मन ु ये मझ
ु म भाववाले सब - के - सब मेरे संकसे उ ए ह , िजन की
मराठी भाषार :-
पूवचे सात महष तसेच ( एकू ण चौदाप ैकी ) चार मनू मायावर भाव ठे वणारे होते .
ते माया मनापासून िनमाण झालेले आहेत . जगातील ही ूजा ांाचपासून
िनमाण झालेली आहे .
िवनोबांची गीताई :-
महिष सात पूवचे चौघे मन ु तसे िच ते
माझे संकिले भाव ांची लोकांत ही ूजा ॥ १० - ६ ॥
एताम ्
Etaam these
इस या
िवभूितम ्
Vibhutim Supreme
परम ऐयप िवभूतीला
manifestations
िवभूितको
योगम ्
Yogam Yoga power
योगशिको योगशीला
(union with
the Self)
Cha and
च और आिण
Mama Mine
मम मेरी माया
ु ु
YaH whoever
यः जो पष जो (पष)
Vetti knows
वेि जानता है जाणतो
TattvataH in reality
ततः तसे ततः
SaH he
सः वह तो
Avikampena unshakable
अिवकेन िनल िनल
Yogena by union with
योगेन भियोगसे योगान े
the Self
ु ते ु हो जाता है यु होऊन जातो
Yujyate becomes
य य
united
Na not
न नह है नाही
इसम कुछ भी
Atra here
अऽ याबाबतीत
SamshayaH doubt
संशयः संशय संशय
अय :-
यः मम एताम ् िवभूितम ् योगम ् च ततः वेि , सः अिवकेन योगेन य
ु ते
अऽ संशयः न ॥ १० - ७ ॥
English translation:-
He who knows in reality these Supreme manifestations and My Yoga
(union with the Aatman and ultimately with the Brahman) ; he
becomes established in the unshakable union, there is no doubt
about it.
ु :-
िही अनवाद
ु मेरी इस परम ऐयप िवभूित को और योगशि को त से जानता है,
जो पष
ु हो जाता है, इस म कुछ भी संशय नह है ।
वह िनल भियोग से य
मराठी भाषार :-
ु , माया या परमेरप िवभूतीला आिण योगशीला ततः जाणतो
जो पष
ु
ाला योग ूा होतो , यात मळीच शंका नाही .
िवनोबांची गीताई :-
ु िवार माझा ज़ो नीट ओळखे
हा योग - य
ास िनं प तो योग लाभे ांत न संशय ॥ १० - ७ ॥
सवम ् सब जगत ्
Sarvam every thing
सव (जग)
Pravartate evolves
ूवतत े चेा करता है सिबय होते
Iti thus
इित इस ूकार अशाूकारे
Matvaa having
मा समझकर जाणून
understood
Bhajante worship
भजे भजते ह भजतात
माम ् ु परमेर को
Maam Me
मझ मला (परमेराला)
ु
बधाः
BudhaaH wise
ु
बिमान ् भजन ु
बिमान भजन
् -ु
भाव-सम-अन
Bhaava- endowed
ौा और भि ौा व भी यांनी
SamanvitaaH with devotion
इताः ु
से य ु असणारे
य
अय :-
अहम ् सव ूभवः ( अि ) , मः सवम ् ूवतते , इित मा बधाः
ु भावसमिताः
माम ् भजे ।
English translation:-
I am the origin of all, from Me everything evolves; understanding
thus, the wise worship Me, endowed with devotion.
ु :-
िही अनवाद
म वासदेु व ही सूण जगत ् की उि का कारण ँ और मझ
ु से ही सब जगत ्
ु बिमान
चेा करता है, इस ूकार समझकर ौा और भि से य ु ् भजन मझ
ु
मराठी भाषार :-
ु सव जग िबयाशील होते असे
मी सव जगाा उीचे कारण आहे . मायामळे
ु असलेले , बिमान
जाणून , ौा व भीन े य ु भ मला परमेराला भजतात .
िवनोबांची गीताई :-
ु
सवाच मूळ मायांत ूेरणा मज़पासनी
ह ओळखूिन भीन ज़ाणते भज़ती मज़ ॥ १० - ८ ॥
मद ् - गत -् ु म ही ूाण
Mad - Gat - those with
मझ माया ठायी ूाण
PraaNaaH life’s
ूाणाः activities को अप ण अप ण करणारे
absorbed in
Me करन ेवाले
भजन
BodhayantaH enlightening
बोधयः जनाते ए बोध करीत
पररम ्
Parasparam one another
आपस म मेरे एकमेकांना
ूभाव को
KathayantaH speaking
कथयः कथन करते ए कथन करीत
ु और
Cha and
च तथा गण आिण
ूभावसिहत मेरा
िनम ्
Nityam always
िनरर न ेहमी
ु ि सु होते ह संतु होतात
Tushyanti are contented
त
Cha and
च और आिण
Ramanti are delighted
रमि रमण करते ह रमतात
Cha and
च ही के वळ
अय :-
मद ् - िचाः , मद ् - गत ्- ूाणाः , पररम ् बोधयः , कथयः च माम ् िनम ्
ु
ति च रमि च ॥ १० - ९ ॥
English translation:-
Those with mind Me, with pranas (life’s activities) absorbed in Me,
enlightening one another and always speaking of Me, they are
contented and delighted.
ु :-
िही अनवाद
ु म मन लगान ेवाले और मझ
िनरर मझ ु म ही ूाण को अप ण करन ेवाले भजन
ु और
मेरी भि की चचा के ारा आपस म मेरे ूभाव को जनाते ए तथा गण
ूभावसिहत मेरा कथन करते ए ही िनरर सु होते ह और मझ
ु वासदेु व म ही
मराठी भाषार :-
ते भ माया िठकाणी मन लावतात . मला ूाण अप ण करतात . माया ूभावाचा
ु आिण ूभाव यांच े िवषयी सांगत , िन तृ
पररांना बोध करतात . माझे गण
होतात आिण मायात रममाण होतात .
िवनोबांची गीताई :-
िच ूाण ज़से मी िच एके मेकांस बोिधती
भिन कीतन माया ते आनंदांत खेळती ॥ १० - ९ ॥
तेषाम ्
Teshaam to them
उन ा
Satata- ever steadfast
सतत िनरर मेरे माया ानात
Yuktaanaam
ु -् तानाम ्
यक ान आिदम िनरंतर गतं ु लेा
लगे ए और
भजताम ्
Bhajataam worshipping
भजन ेवाले भजणाढया
भको (भांना)
म्
Preeti-purva- with love
ूीितपूवक
ूेमपूवक
ूेमपूवक
Kam
Dadaami I give
ददािम देता ँ मी देतो
ु - योगम ्
Buddhi- Buddhi –
बि तानप योग (तानपी)
Yogam Yoga (union
by intellect) ु
बियोग
तम ्
Tam that
वह तो
ु े
Yena by which
येन िजससे ामळ
माम ् ु को ही
Maam to Me
मझ मला
Upayaanti come
उपयाि ूा होते ह जवळ येतात
Te they
ते वे ते
अय :-
ु -् तानाम ् , ूीितपूवकम
( एवम )् सतत यक म ् भजताम ् तेषाम ् , तम ् बि
क ु - योगम ् ददािम ,
English translation:-
To those, ever steadfast, worshipping Me with love, I give them the
“Buddhi-Yoga” i.e. union by intellect, by virtue of which they come to
Me.
ु :-
िही अनवाद
भजन ेवाले भ को म वह
उन िनरर मेरे ान आिद म लगे ए और ूेमपूवक
ु को ही ूा होते ह ।
तानप योग देता ँ, िजस से वे मझ
मराठी भाषार :-
अशा ूकारे सतत हा योग करणाढयांना आिण ूेमान े माझे ( ईराचे ) भजन
ु
करणाढयांना मी बियोग ु ते माया ( ईराा ) जवळ येतात .
देतो ; ामळे
िवनोबांची गीताई :-
असे ज़े रंगले िन भज़ती ूीित पूवक
ु योग तो ॥ १० - १० ॥
ांस मी भेटव मात देउनी बि
तेषाम ् एव अनका
ु - अथ म ् अहम ् अानजम ् तमः ।
नाशयािम आभावः ानदीपेन भाता ॥ १० - ११ ॥
तेषाम ्
Teshaam for them
उन के ऊपर ांा (वर)
Eva mere
एव ही के वळ
ु ु करन े के ु करयासाठी
Anukampaa - for
अनका - अनमह अनमह
Artham compassion
अथम ् िलये
अहम ्
Aham I
म यं मी
अानजम ्
Adnyaan - born of
अानजिनत (ांचा)
Jam ignorance
अानजिनत
TamaH darkness
तमः अकार को अंधःकार
Naashayaami I destroy
नाशयािम न कर देता ँ न कन टाकतो
Aatma- dwelling
आभावः उन के ांा
BhaavasthaH within their
Self अःकरण म अंतःकरणात
ित आ वसलेला
Dnyaana- by the lamp
ानदीपेन तानप ानपी
Deepen of knowledge
दीपक के ारा दीपोतीन े
Bhaasvataa luminous
भाता ूकाशमय ूकाशमय
अय :-
तेषाम ् एव अनका
ु - अथ म ् अहम ् आभावः ( सन ् ) भाता ानदीपेन
अानजम ् तमः नाशयािम ॥ १० - ११ ॥
English translation:-
Out of mere compassion for them dwelling within their Self, I dispel
the darkness born out of ignorance, by illuminating the lamp of
knowledge.
ु :-
िही अनवाद
ु करन े के िलये उन के अःकरण म ित आ म
ु उन के ऊपर अनमह
हे अजन,
यं ही उन के अानजिनत अकार को ूकाशमय तानप दीपक के ारा
न कर देता ँ ।
मराठी भाषार :-
ु
ांावर अनमह करयासाठी , मी ांा अःकरणात वास कन आिण
ु िनमाण झालेला अंधकार नाहीसा करतो .
ूकाशमय ानदीपान े , ांचा अानामळे
िवनोबांची गीताई :-
कनी कणा ांची दय रानी य
तेजी ान दीपान अान तम घालव ॥ १० - ११ ॥
अजनु उवाच ।
परम ् ॄ परम ् धाम पिवऽम ् परमम ् भवान ।्
ु
पषम ् शातम ् िदम ् आिददेवम ् अजम ् िवभूम ॥
् १० - १२ ॥
Uvaacha said
उवाच कहा णाला
परम ्
Param supreme
परम ौे
Brahma Brahman
ॄ ॄ ॄ
परम ्
Param supreme
परम ौे
Dhaama abode
धाम धाम ान
पिवऽम ्
Pavitram purifier
पिवऽ ह , िक पिवऽ
परमम ्
Paramam supreme
परम ौे
भवान ्
Bhavaan You (Shree-
आप आपण
Krishna)
ु
पषम ् Purusham human being
ु एवं
पष ु
पष
शातम ्
Shaashvatam eternal
सनातन सनातन
िदम ्
Divyam divine
िद िद
आिददेवम ्
Aadi-Devam primeval
देव का भी देवांचाही आिददेव
आिददेव
अजम ्
Ajam unborn
अजा और जरिहत
िवभूम ्
Vibhum all pervading
सवापी सवापी
अय :-
अजनु उवाच - भवान ् परम ् ॄ , परम ् धाम ( आसी ) , सव ाम ् परमम ् पिवऽम ्
ु
पषम ,् शातम ् िदम ,् आिददेवम ् , अजम ् िवभूम ् ( इित आः ) ॥ १० - १२ ॥
English translation:-
Arjuna said, “You are the Supreme Brahman, the Supreme Abode,
the Supreme Purifier, the eternal, the divine human being, the
unborn and the all pervading entity.”
ु :-
िही अनवाद
अजनु ने कहा , “ आप परम ॄ, परम धाम और परम पिवऽ ह, िक आप को
ु एवं देव का भी आिददेव, अजा और सवापी
सब ऋिषगण सनातन िद पष
कहते ह ।“
मराठी भाषार :-
अजनु णाला , “ आपण परॄ , परम तेज , परम पावन , िद व शात पष
ु ,
िवनोबांची गीताई :-
पिवऽ तूं पर - ॄ थोर मो - धाम तूं
आा िन अ - जा तूं िवभ ु देवािद िद तूं ॥ १० - १२ ॥
ाम ्
Tvaam You
आप को आपाला
RishayaH sages
ऋषयः ऋिषगण ऋिषगण
Sarve all
सव सब सव
Deva-Rishi Divine sage
देव-ऋिषः देविष देवष
NaaradaH Naarada
नारदः नारद नारद
Tathaa and
तथा वैस े ही तसेच
AsitaH Asita
अिसतः अिसत ऋिष अिसत ऋषी
DevalaH Devala
देवलः देवल ऋिष देवल ऋषी
VyaasaH Vyasa
ासः महिष ास महष ास
यम ्
Svayam Yourself
यं आप आपण तः
Cha and
च और आिण
ु
Eva also
एव भी सा
BraveeShi say
ॄवीिष कहते ह सांगता आहात
Me to me (to
मे मेरे ूित मला
Arjuna)
अय :-
ाम ् सव ऋषयः , देव-ऋिषः नारदः तथा ु
अिसतः , देवलः , ासः ( पषम ,्
शातम ् िदम ,् आिददेवम ् , अजम ् िवभूम ् इित ) आः । ( म )् च यम ् एव मे
ॄवीिष ॥ १० - १३ ॥
English translation:-
All these sages acclaim You (as described in the previous Shloka)
and also the divine sage Naarada, Asita, Devala & Vyasa and (on top
of that) You Yourself says so to me.
ु :-
िही अनवाद
वैस े ही देविष नारद तथा अिसत और देवल ऋिष तथा महिष ास ज ैसे भी सब
ऋिषगण आप को कहते ह और यं आप भी मेरे ूित कहते ह ।
मराठी भाषार :-
सव ऋषी , देवष - नारद , तसेच अिसत , देवल आिण ासही असेच णतात .
आपण तःही मला असेच सांगता आहात .
िवनोबांची गीताई :-
ु गाती तसे अिसत देवल
ऋिष एक मख
ास नारद देविष तूं िह आपण सांगसी ॥ १० - १३ ॥
सवम ्
Sarvam all
सबको सव
एतत ्
Etat This
इस हे
ऋतम ्
Ritam true
स स
Manye I think
मे म मानता ँ मी मानतो
यत ् जो कुछ भी
Yat which
जे काही
माम ्
Maam to me
मेरे ूित मला
ु ी सांगत आहात
Vadasi You say
वदिस आप कहते ह त
Keshava O Krishna!
के शव हे ौीकृ ! हे के शवा !
Na not
न न नाही
ु
Hi verily
िह ही सा
तमु ा
Te Your
ते आपके
अय :-
हे के शव ! यत ् माम ् ( म )् वदिस , ( तत )् एतत ् सवम ् ( अहम )्
ऋतम ् मे । हे भगवन ् ! देवाः , दानवाः ( वा ) ते िम ् न िह
िवः ॥ १० - १४ ॥
English translation:-
O Krishna! I respect and regard all this that You say to me as true
and valid. Verily, O Blessed Lord, neither the gods nor demons know
Your manifestation.
ु :-
िही अनवाद
हे ौीकृ ! जो कुछ भी मेरे ूित आप कहते ह , इस सब को म स मानता ँ ।
हे भगवान ् ! आप के लीलामय प को न तो दानव जानते ह और न देवता ही ।
मराठी भाषार :-
ु मला जे सांगत आहात ते सव मी स मानतो . हे भगवन ! देव
हे के शवा , ती
ु
अथवा दानव तमचे ( मूळ ) प जाणत नाहीत .
िवनोबांची गीताई :-
मािनत स हे सार य ज सांगसी मज़
ु प न ज़ाणती ॥ १० - १४ ॥
देव दानव कोणी िह तझ
ु - उम ।्
यम ् एव आना आानम ् वे म ् पष
भूत भावन भूत -् ईश देवदेव जगत -् पते ॥ १० - १५ ॥
यम ्
Svayam Yourself
यं तः
Eva verily
एव ही के वळ
Aatmanaa By Yourself
आना अपन े से तः
आानम ्
Aatmaanam Yourself
अपन े को तःला
Vettha know
वे (वेद ्-थ) जानते ह जाणत आहात
म ्
Tvam You
आप आपण
ु
पष-उम ् Purushottam O best of
ु
हे पषोम ! ु
हे पषोमा !
men
Bhuta- O source of
भूतभावन हे भूत को उ हे ूािणमाऽांना
Bhaavana beings
करन ेवाले ! उ करणाढया !
्
भूत-ईश
Bhutesha O Lord of
हे भूत के ईर ! हे ूािणमाऽांा
beings
ईरा !
Deva - Deva O God of
देव - देव हे देव के देव ! हे देवािधदेवा !
gods
जगत -् पते हे जगत ् के ्
Jagat-Pate O Ruler of
हे जगत ामी !
the world
ामी !
अय :-
हे पु षोम ् ! भूतभावन भूते
तश े देवदेव जगते ! म ् यम ् एव आना
आानम ् वे ॥ १० - १५ ॥
English translation:-
Verily You alone know Yourself, O Best of men, O Source of beings, O
Lord of beings, O God of gods, O Ruler of the world.
ु :-
िही अनवाद
हे भूत को उ करन ेवाले ! हे भूत के ईर ! हे देव के देव ! हे जगत ् के
ु
ामी ! हे पषोम ! आप यं ही अपन े से अपन े को जानते ह ।
मराठी भाषार :-
ु
हे पषोम ! ूािणमाऽांच े उादक , ूािणमाऽांच े ईर , देवािधदेव आिण जगते !
आपण तःच आपाला जाणता .
िवनोबांची गीताई :-
ु तूं िच ू पषोमा
ज़ाणसी त तझ ु
े ा भूत - भावना ॥ १० - १५ ॥
देव देवा जगाथा भूतश
वुम ्
Vaktum to speak
कहन े म सांगयास
Arhasi You deserve
अहिस समथ ह समथ आहात
AshesheNa without
े
अशेषण सूणत ा से ू प णे
संपण
reserve
DivyaaH divine
िदाः िद िद
Hi indeed
िह ही के वळ
Aatma- Your glories
आिवभूतयः अपनी िवभूितय आपा िवभूती
VibhutayaH
को
YaabhiH by which
यािभः िजन ांनी
VibhutibhiH by glories
िव-भूितिभः िवभूितय के ारा िवभूता ारे
लोकान ्
Lokaan worlds
सब लोक को सव लोकांना
इमान ्
Imaan these
इन या
म ्
Tvam You
आप आपण
Vyaapya having
ा ा कर ापून
pervaded
Tishthasi exist
ितिस ित ह ित आहात
अय :-
( अतः ) यािभः िवभूितिभः म ् इमान ् लोकान ् ा ितिस , ( ताः ) िदाः
े
आिवभूतयः िह अशेषण वुम ् अहिस ॥ १० - १६ ॥
English translation:-
You alone deserve to speak without reserve of Your divine glories, by
which glories pervading these worlds You exist.
ु :-
िही अनवाद
इसिलये आप ही उन अपनी िद िवभूितय को सूण ता से कहन े म समथ ह ,
िजन िवभूितय के ारा आप इन सब लोक को ा कर ित ह ।
मराठी भाषार :-
णून ा िवभूता योगान े आपण या सव िवाला ापून रािहला आहात , ा
आपा िद िवभूती सूण पणे सांगायला आपणच समथ आहात .
िवनोबांची गीताई :-
ु
िवभूित आपा िद मज़ िनःशेष सांग तूं
ांन ह िव तूं सार रािहलास भिनयां ॥ १० - १६ ॥
कथम ्
Katham how
िकस ूकार कोणा ूकारे
िवाम ्
Vidyaam may know
जानूँ जाणू
अहम ्
Aham I
म मी
योिगन ्
Yogin O Yogin!
हे योगेर ! हे योगेरा !
ाम ्
Tvaam You
आप को आपणास
Sadaa always
सदा िनरर िनरंतर
पिरिचयन ्
Pari- meditating
िचन करता आ िचंतन करीत
Chintayan
के ष ु
Keshu in what
िकन कोणा
के ष ु
Keshu in what
िकन कोणा
Cha and
च और आिण
भावेष ु
Bhaaveshu in aspects
भाव म भावांमे
ChintyaH to be thought
िचः िचन करन े िचंतन करयास
of
योय
Asi (You) are
अिस योय ह आहात
अय :-
हे योिगन ् ! सदा पिरिचयन ् अहम ् ाम ् कथम ् िवाम ् ? हे भगवन ् ! के ष ु के ष ु
च भावेष ु ( म ् ) मया िचः अिस ? ॥ १० - १७ ॥
English translation:-
O Yogin, how may I know You, through constant meditation? O
Blessed Lord, in what various aspects are You to be thought of by
me?
ु :-
िही अनवाद
हे योगेर ! म िकस ूकार िनरर िचन करता आ आप को जानूँ और हे
भगवन ् ! आप िकन - िकन भाव म मेरे ारा िचन करन े योय ह ?
मराठी भाषार :-
हे योगेर ! सतत आपले िचंतन करीत असता मी आपाला कसे जाणावे ?
कोणकोणा पांमे मी आपले िचंतन करावे ?
िवनोबांची गीताई :-
ु
योगेरा कस ज़ाणूं िचंतन िचंतन तज़
ु ॥ १० - १७ ॥
कोया कोया पांत कराव ान मी तझ
योगम ्
Yogam yoga
योगशि को योगशी
िवभूितम ्
Vibhutim manifestation
िवभूित को िवभूती
Cha and
च और आिण
Janaardana O Krishna!
जनादन हे जनादन ! हे जनादना !
BhuyaH again
भूयः िफर भी आणखी
Kathaya tell
कथय किहये सांगावे
TriptiH contentment
तृिः तृि तृी
Hi for
िह िक कारण
ु ए
ShruNvataH (of) hearing
वतः सनते ऐकली असता
अमृतम ्
Amritam nectar
अमृतमय वचन अमृतमय ( वचन े )
को
अय :-
हे जनादन ! आनः योगम ् िवभूितम ् च भूयः िवरेण कथय । ( एतत ् )
अमृतम ् वतः िह मे तृिः न अि ॥ १० - १८ ॥
English translation:-
O Krishna! Tell me again in detail of Your yogic powers and
manifestations, for there is no satiety for me in hearing the nectarine.
ु :-
िही अनवाद
किहये ,
हे जनादन ! अपनी योगशि को और िवभूित को िफर भी िवारपूवक
ु ए मेरी तृि नह होती अथात ् सनन
िक आप के अमृतमय वचन को सनते ु े की
मराठी भाषार :-
हे जनादना ! आपा योगशीचे आिण िवभूतचे आणखी एकदा मला िवारान े
वणन कन सांगा . आपली अमृतमय वचन े ऐकू नही माझे समाधान होत नाही .
िवनोबांची गीताई :-
ु तो सिवर
ा िवभूित तसा योग आपला
ु सांग ने तृि सेिवतां वचनामृत ॥ १० - १८ ॥
पां
ौी भगवान ् उवाच ।
ह ते कथियािम िदाः िह आिवभूतयः ।
ूाधातः कुौे न अि अः िवर मे ॥ १० - १९ ॥
ौी भगवान ् ौी भगवान न् े
Shree The Blessed
ौी भगवान
Bhagavaana Lord
Uvaacha said
उवाच कहा णाले
Hanta well then
ह अब म जो फारच छान !
ु ारे िलये तु यासाठी
Te to you
ते त
Katha- I will declare
कथियािम कंगा मी सांगने
yishyaami
DivyaaH divine
िदाः िद िद
Hi indeed
िह िक कारण
Aatma- My glories
आिवभूतयः मेरी िवभूितयाँ माया िवभूती
VibhutayaH
आहेत
PraadhaanyataH In their
ूाधातः ूधानता से
ूाधापूवक
prominence
कुौे हे कुौे ! हे कुौेा !
Kuru-ShreshtaH O best of the
Kurus
Na not
न नह नाही
Asti is
अि है आहे
AntaH end
अः अ शेवट
Vistarasya of detail
िवर िवार का िवाराला
Me My
मे मेरे माया
manifestation
अय :-
ौी भगवान ् उवाच - हे कुौे ! ह , िदाः आिवभूतयः ूाधातः ते
कथियािम , मे िवर िह अः न अि ॥ १० - १९ ॥
English translation:-
The Blessed Lord said, “Well then, I will declare to you My divine
glories according to their prominence, O best of the Kurus; there is
no end to the details of My manifestations.”
ु :-
िही अनवाद
ौी भगवान ् बोले, “ हे कुौे ! अब म जो मेरी िद िवभूितयाँ ह , उनको
ु
तारे िलये ूधानता से कंगा ; िक मेरे िवार का अ नह है ।“
मराठी भाषार :-
ु मी आपा म
ौीभगवान णाले , “ छान ! आता तला ु - म
ु िवभूती सांगतो
कारण की ांा िवाराला अंतच नाही .”
िवनोबांची गीताई :-
ु म
बर मी सांगत िद म ु िच ा तज़
ु
अहम ्
Aham I
म मी ( आहे )
Aatmaa the Self
आा सब का आा ँ सवाचा आा
ु श हे अजनु ! हे अजनु ा !
GudaakeshaH O conqueror
गडाके
of sleep!
Sarva all
सव सब सव
Bhutaashaya- seated in the
भूताशयितः भूत के दय म ूािणमाऽांा
SthitaH heart of
beings ित ँ दयामे ित
असणारा
अहम ्
Aham I
म मी
AadiH the beginning
आिदः आिद आदी
/ source
Cha and
च और आिण
मम ्
Madhyam the middle
म म
Cha and
च और आिण
भूतानाम ्
Bhutaanaam of (all)
सूण भूत का सव ूािणमाऽांचा
beings
AntaH the end
अः अ शेवट
ु आहे
Eva also
एव भी ँ सा
Cha and
च और तसेच
अय :-
ु श ! अहम ् सव भूताशयितः आा , भूतानाम ् आिदः च मम ् च
हे गडाके
अः च अहम ् एव ( अि ) ॥ १० - २० ॥
English translation:-
O conqueror of sleep! I am the Self, seated in the heart of all beings; I
am the beginning, the middle and also the end of all beings.
ु :-
िही अनवाद
हे अजनु ! म सब भूत के दय म ित सबका आा ँ तथा सूण भूत का
आिद , म और अ भी म ही ँ ।
मराठी भाषार :-
ु ! मी सव ूायांा दयांत राहणारा आा आहे . ूािणमाऽांचा आदी ,
हे अजना
ु मीच आहे .
म व अंत सा
िवनोबांची गीताई :-
राहत आ - पान सवाा दयांत मी
भूत - माऽास मी मूळ म मी मी िच शवट ॥ १० - २० ॥
ु ान ।्
आिदानाम ् अहम ् िवःु ोितषाम ् रिवः अंशमान
म
मरीिचः मताम ् अि नऽाणाम ् अहम ् शशी ॥ १० - २१ ॥
आिदानाम ्
Aadityaanaam of Adityas
अिदित के बारह अिदतीा बारा
ु म
पऽ ु प ैकी
पऽां
अहम ्
Aham I
म मी
ोितषाम ्
Jyotishaam Of
ोितय म ताढयांमे
luminaries
RaviH Sun
रिवः सूय ँ सूय मी आहे
अंशमु ान ्
Amshumaan radiant
िकरणवाला िकरण असणारा
MareechiH Mareechi
मरीिचः मरीिच ँ तेज ( मी आहे )
नऽाणाम ्
NakshatraaNaam among the
नऽ का नऽांमे
asterisms
अिधपित
अहम ्
Aham I
म मी ( आहे )
Shashee moon
शशी चमा चंि
अय :-
ु ान ् रिवः अहम ्, मताम ् मरीिचः ,
आिदानाम ् िवःु अहम ्, ोितषाम ् अंशमान
म
नऽाणाम ् शशी ( च अहम ् ) अि ॥ १० - २१ ॥
English translation:-
Of Adityas I am Vishnu, of luminaries I am the radiant Sun. I am the
Mareechi of winds and I am the moon of asterisms.
ु :-
िही अनवाद
ु म िव ु और ोितय म िकरणवाला सूय ँ तथा म
म अिदित के बारह पऽ
वायदेु वताओ ं म मरीिच ँ और नऽ का अिधपित चमा ँ ।
मराठी भाषार :-
आिदांमे िव ू मी , ताढयांमे ूकाशमान सूय मी , वायदेु वतांच े तेज आिण
नऽांचा अिधपती चंि मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
आिदांत महा िव ु ोितंतांत सूय मी
ु वायूतं मी नऽांत चंिमा ॥ १० - २१ ॥
मरीिच म
वेदानाम ्
Vedaanaam Of Vedas
वेद म वेदांमे
SaamavedaaH Saamaveda
सामवेदः सामवेद ँ सामवेद
Asmi I am
अि म मी आहे
देवानाम ्
Devaanaam of gods
देव म देवांमे
Asmi I am
अि ँ ( मी ) आहे
VaasavaH the Indra God
वासवः इ इंि
इियाणाम ्
IndriyaaNaam of the senses
इिय म इंिियांमे
ManaH (I am) the
मनः मन ँ मन
mind
Cha and
च और आिण
Asmi I am
अि ँ ( मी ) आहे
भूतानाम ्
Bhutaanaam of (all) living
भूतूािणय म ूािणमाऽांत
beings
Asmi I am
अि ँ ( मी ) आहे
चेतना अथात ्
Chetanaa the
चेतना जीवन शी
Consciousness
जीवनशि
अय :-
वेदानाम ् सामवेदः ( अहम ् ) अि , देवानाम ् वासवः अि , इियाणाम ् मनः
अि , भूतानाम ् चेतना च अि ॥ १० - २२ ॥
English translation:-
Of the Vedas I am the Saamaveda, I am Indra among gods, of the
senses I am the mind and of living beings I am the Consciousness.
ु :-
िही अनवाद
म वेद म सामवेद ँ , देव म इ ँ , इिय म मन ँ और भूतूािणय म चेतना
अथात ् जीवनशि ँ ।
मराठी भाषार :-
वेदांमे सामवेद , देवांमे इंि , इंिियांमे मन आिण ूािणमाऽांमे च ैत मीच
आहे .
िवनोबांची गीताई :-
मी साम वेद वेदांत अस देवांत इंि मी
चेतना मी िच भूतांत मन त इंिियांत मी ॥ १० - २२ ॥
िाणाम ्
RudraaNaam Of Rudras
एकादश ि म अकरा िांप ैकी
ShankaraH Shankara,
शंकरः शंकर शंकर
the God of
destruction
Cha and
च और तसेच
Asmi I am
अि म ँ मी आहे
यरसाम ्
Yaksha- Of Yakshas
य तथा रास य आिण रास
Rakshasaam and
Rakshasas म गणांमे
वसूनाम ् ु ं म
Vasunaam Of Vasus
आठ वसओ ं े
आठ वसूम
PaavakaH the Agni
पावकः अि अी
Cha and
च तथा आिण
Asmi I am
अि म ँ ( मी ) आहे
ु पवत
MeruH Meru
मेः समे मे पवत
िशखिरणाम ्
ShikhariNaam of mountains
िशखरवाले पवत पवतांमे
म
अहम ्
Aham I
म ँ मी ( आहे )
अय :-
िाणाम ् शंकरः , यरसाम ् च िव-ईशः अि , वसूनाम ् पावकः , िशखिरणाम ्
मेः च अहम ् अि ॥ १० - २३ ॥
English translation:-
Of the Rudras I am Shankara (the God of destruction), of the Yakshas
and Rakshasas I am the Kubera (treasurer of wealth), of the Vasus I
am the Fire God (Agni) and of mountains I am Meru.
ु :-
िही अनवाद
म एकादश ि म शंकर ँ और य तथा रास म धन का ामी कुबरे ँ । म
ु ं म अि ँ और िशखरवाले पवत म समे
आठ वसओ ु पवत ँ ।
मराठी भाषार :-
( अकरा ) िांमे शंकर , य रासांमे कुबरे , ( आठ ) वसूम
ं े अी आिण
पवतांमे मे मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
कुबरे य रांत मी िांत सदािशव
वसूतं मी अस अि अस उंचांत मे मी ॥ १० - २३ ॥
ु
परोधसाम ् च मम
ु ् माम ् िवि पाथ बृहितम ।्
माम ् ु को
Maam Me
मझ मला
Viddhi know
िवि जान तू समज
Paartha O Arjuna!
पाथ हे पाथ ! हे पाथा !
बृहितम ्
Brihaspatim The
बृहित बृहती
Brihaspati
सेनानीनाम ्
Senaaneenaam among the
सेनापितय म सेनापतमे
army
generals
अहम ्
Aham I
म ँ मी ( आहे )
SkandaH the Skanda
ः ं द णजे
काितकामी
सरसाम ्
Sarasaam of lakes
जलाशय म जलाशयांमे
Asmi I am
अि म ँ ( मी ) आहे
समिु समिु
SaagaraH the ocean
सागरः
अय :-
ु
हे पाथ ! परोधसाम ् च मम
ु ् बृहितम ् माम ् िविः । सेनानीनाम ् ः , सरसाम ्
English translation:-
O Arjuna, among the household priests, know me to be the chief
Brihaspati, of the generals of army I am Skanda, of lakes I am the
ocean.
ु :-
िही अनवाद
ु
परोिहत ु
म मिखया ु को जान । हे पाथ ! म सेनापितय म और
बृहित मझ
जलाशय म सागर ँ ।
मराठी भाषार :-
ु ! तू
हे अजना ु
मला परोिहतां ु
मे म बृहती समज . सेनापतमे ं द
( काितके य ) आिण जलाशयांमे सागर मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
ु त तूं ज़ाण तो मी बृहित
परोिहतां
सेनानत तसा ं द जल राशत सागर ॥ १० - २४ ॥
महत ्
Mahat great
महान महान
ऋषीणाम ्
RisheeNaam of sages
ऋिषय मे ऋषमे
अहम ्
Aham I
म ँ मी ( आहे )
िगराम ्
Giraam among words
श म शांमे
Asmi I am
अि म ँ ( मी ) आहे
एकम ्
Ekam one
एक एक
यानाम ्
Yadnyaanaam of sacrifices
सब ूकार के यांमे
य म
Japa chant
जप जप जप
YadnyaH sacrifice
यः य य
Asmi I am
अि म ँ मी आहे
ावराणाम ्
Sthaava- of
िर रहन ेवाल िर
raaNaam immovables
म राहणाढयांमे
HimaalayaH The
िहमालयः िहमालय पहाड िहमालय पवत
Himalaya
mountain ( म ँ ) ( मी आहे )
अय :-
महत ् - ऋषीणाम ् भृगःु , िगराम ् एकम ् अरम ् अहम ् अि , यानाम ् जपयः ,
ावराणाम ् िहमालयः ( च ) अि ॥ १० - २५ ॥
English translation:-
Of the great sages I am Bhrigu, of utterances I am the monosyllable
ु :-
िही अनवाद
म महिष य म भृग ु और श म एक अर अथात ् ओकार
ं सब ूकार के य म
जपय और िर रहन ेवाल म िहमालय पहाड ँ ।
मराठी भाषार :-
िवनोबांची गीताई :-
मी एकार वाणत महषत अस भृग ु
जप मी सव यांत मी िरांत िहमालय ॥ १० - २५ ॥
वृाणाम ्
Vrukshaa-Naam of trees
वृ म वृांमे
Deva divine
देव देव देव
ऋषीणाम ्
Risheenaam among sages
ऋिषय मे ऋषमे
Cha and
च और आिण
गवाणाम ्
Gandhar- of
गव म गंधवामे
vaaNaam Gandharvas
ChitrarathaH Chitraratha
िचऽरथः िचऽरथ म ँ िचऽरथ
िसानाम ्
Siddhaanaam among the
िस म िसांमे
perfected
souls
KapilaH Kapila
किपलः किपल किपल
अय :-
सव - वृाणाम ् अः , देव - ऋषीणाम ् च नारदः , गवाणाम ् िचऽरथः , िसानाम ्
ु ( अहम ् अि ) ॥ १० - २६ ॥
किपलः मिनः
English translation:-
Of all trees I am Pipal tree, of all divine sages I am Naarada, of
Gandharvas I am Chitraratha, of the perfected souls I am the sage
Kapila.
ु :-
िही अनवाद
ु , गव म िचऽरथ और
म सब वृ म पीपल का वृ , देविष य म नारद मिन
ु ँ ।
िस म किपल मिन
मराठी भाषार :-
सव वृांमे अ , देवषमे नारद , गंधवामे िचऽरथ आिण िसांमे
ु मीच आहे .
किपलमनी
िवनोबांची गीताई :-
सव वृांत अ मी देवषत नारद
ु ॥ १० - २६ ॥
मी िचऽरथ गंधव िस किपल मी मिन
उ ैःौवसम ्
UchchaiH- UchchaiH-
उ ैःौवा उ ैःौवा नावाचा
Shrava- Sum Shravas
घोडा
अानाम ्
Ashvaanaam among
घोड म घोांमे
horses
Viddhi know
िवि जान तू समज
माम ् ु को
Maam Me
मझ मला
अमृतोवम ्
Amrito- born of
अमृत के साथ अमृतासह उ
tbhavam nectar
उ होन ेवाला होणारा
ऐरावतम ्
Airaavatam Airaavata
ऐरावत नामक ऐरावत नावाचा ही
हाथी म ँ
गजेाणाम ्
Gajendraa- among lordly
हािथय म ौे हमे
Naam elephants
नराणाम ् ु म ु मे
NaraaNaam among men
मन मनां
Cha and
च और तसेच
नरािधपम ्
Naraadhipam the King
राजा म ँ राजा
अय :-
अानाम ् अमृतोवम ् उ ैःौवसम ् , गजेाणाम ् ऐरावतम ् , नराणाम ् नरािधपम ् च
माम ् िवि ॥ १० - २७ ॥
English translation:-
Of horses know Me as UchchaiH-Shravas born of nectar, of lordly
elephants Airavata and of men the monarch.
ु :-
िही अनवाद
घोड म अमृत के साथ उ होन ेवाला उ ैःौवा नामक धोडा , ौे हािथय म
ु म राजा मझ
ऐरावत नामक हाथी और मन ु को जान लो ।
मराठी भाषार :-
घोांमे अमृताबरोबर ( समिु - मंथनातून ) उ झालेला उ ैःौवा , हमे
ु मे राजा मीच आहे ; असे तू समज .
( इंिाचा ) ऐरावत आिण मनां
िवनोबांची गीताई :-
ु
अ उ ैौवा ज़ो मी िनघाल अमृतांतनी
ऐरावत गजिांत मी नरांत नरािधप ॥ १० - २७ ॥
आयधु ानाम ्
Aayudhaanaam among
श म शांमे
weapons
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
वळम ् वळायधु
Vajram the
वळ
thunderbolt
धेननू ाम ् गौओ ं म
Dhenunaam among cows
गामे
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
ु ् कामधेन ु कामधेन ू
Kaamadhuk Kamadhuk
कामधक
(Surabhi)
which yields
all desires
Pajanachaasmi the
ूजनः सान की ूजोपीचे कारण
progenitor
उि का हेत ु
Cha and
च और आिण
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
KandarpaH Kamadev
कप ः कामदेव कामदेव
(god of sex)
सपाणाम ्
SarpaaNaam among
सप म सपामधे
serpents
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
ु ु ु
VaasukiH Vasuki
वासिकः सप राज वासिक सप राज वासकी
अय :-
ु
आयधानाम ु ् ( अहम )् अि , ूजनः
् वळम ् अहम ् ( अि ) , धेननू ाम ् कामधक
English translation:-
Of weapons I am the thunderbolt, of cows I am Kamadhuk; I am
Kamadeva of the progenitors, of serpents I am Vasuki.
ु :-
िही अनवाद
म श म वळ और गौओ ं म कामधेन ु ँ । सान की उि का हेत ु कामदेव ँ
ु ँ ।
और सप म सप राज वासिक
मराठी भाषार :-
शांमे वळ , गामे कामधेन ू , ूजा उ करणारा कामदेव आिण सपामे
ु मीच आहे .
वासकी
िवनोबांची गीताई :-
मी काम - धेन ु गात आयध
ु वळ मी अस
नागानाम ्
Naagaanaam among
नाग म नागांमे
snakes
VaruNaH Varuna
वणः जलचर का वण
अिधपित
यादसाम ्
Yaadasaam among water
वण देवता जलचरांमे
deities
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
िपतॄणाम ्
PriturNaam among
िपतर म िपतरांमे
ancestors
Aryamaa Aryama
अयमा अयमा नामक अयमा नावाचा
िपतर िपतर
Cha and
च और आिण
Asmi (I) am
अि म ँ मी आहे
YamaH Yama
यमः यमराज यमराज
संयमताम ्
Saiyamataam among
शासन करनवे ाल िनयमन
controllers
म करणाढयांमे
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
अय :-
नागानाम ् अनः , यादसाम ् वणः च अहम ् अि , िपतॄणाम ् अयमा च ,
संयमताम ् यमः च अहम ् अि ॥ १० - २९ ॥
English translation:-
I am Ananta among snakes, I am Varuna among water deities, among
forefathers I am Aryama and I am Yama among controllers.
ु :-
िही अनवाद
म नाग म शेषनाग और जलचर का अिधपित वण देवता ँ और िपतर म
अयमा नामक िपतर तथा शासन करन ेवाल म यमराज म ँ ।
मराठी भाषार :-
नागांमे अनंत ( शेषनाग ) , जलचारांमे वणदेव , िपतरांमे अयमा आिण
िनयमन करणाढयांमे यमराज मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
नागांत शेष मी थोर जळ वण देवता
िपतर अयमा तो मी ओढणारांत मी यम ॥ १० - २९ ॥
दैानाम ्
Daityaanaam among
दै म दैांमे
Daityas
KaalaH time
कालः समय समय
कलयताम ्
Kalayataam among
गणना करनवे ाल गणना
reckoners
का करणाढयांमे
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
मृगाणाम ् ु ं म
MrigaaNaam among beasts
पशओ ं े
पशूम
Cha and
च और आिण
MrigendraH the lord of
े ः
मृग मृगराज िसंह मृगराज िसंह
beasts / lion
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
VainateyaH Garuda /
वैन ेतयः गड गड
Eagle
Cha and
च और आिण
पिणाम ्
PakshiNaam among birds
पिय म पांमे
अय :-
दैानाम ् ूादः , कलयताम ् कालः च अहम ् अि , मृगाणाम ् च मृग
े ः , पिणाम ्
वैन ेतयः च अहम ् ( अि ) ॥ १० - ३०॥
English translation:-
Among the Daityas I am Prahlada and among reckoners I am the
time, among beasts I am lion - the lord of the beasts and eagle among
birds.
ु :-
िही अनवाद
ु ं म मृगराज िसंह
म दै म ूाद और गणना करन ेवाल का समय ँ तथा पशओ
और पिय म म गड ँ ।
मराठी भाषार :-
ं े मृगराज िसंह आिण
दैांमे ूाद , गणना करयाढयांमे काळ , पशूम
पांमे गड मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
अस दैांत ूाद मोज़णारांत काळ मी
ापदांत अस िसंह पांत खग राज मी ॥ १० - ३०॥
वाय ु
PavanaH the wind
पवनः वायू
पवताम ्
Pavataam among
पिवऽ करन ेवाल पिवऽ
purifiers
म करणाढयांमे
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
RaamaH
रामः the king ौीराम ौीराम
Rama (ौीराम)
शभृताम ्
Shastra- of warriors
शधािरय म श धारण
bhritaam (wielders of
weapons) करणाढयांमे
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
झषाणाम ्
JhashaaNaam among fishes
मछिलय म माशांमे
MakaraH shark
मकरः मगर शाक मासा
Cha and
च तथा आिण
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
ॐोतसाम ्
Srotasaam among
निदय म नांमे
streams
Asmi (I) am
अि म ँ मी आहे
Jaahnavee the Ganges
जावी ौीभागीरथी ौीभागीरथी गंगा
गंगाजी
अय :-
पवताम ् पवनः अि , शभृताम ् च रामः अहम ् ( अि ) झषाणाम ् मकरः अि ,
ॐोतसाम ् जावी ( च अहम ् ) अि ॥ १० - ३१॥
English translation:-
Of purifiers I am the wind, of warriors I am the king Shree-Rama. Of
fishes I am the shark and among rivers I am the sacred river Ganges.
ु :-
िही अनवाद
म पिवऽ करन ेवाल म वाय ु और शधािरय म ौीराम ँ तथा मछिलय म शाक
नामक मछिल ँ और निदय म ौीभागीरथी गंगाजी ँ ।
मराठी भाषार :-
पावन करणाढयांमे ( वेगवानांमे ) वायू , शधाढयांमे ौीराम , माशांमे मगर
( शाक मासा ) आिण नांमे गंगा ( जावी ) मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
वेगवंतांत मी वाय ु श वीरांत राम मी
मांत मी अस नब नदी गंगा नांत मी ॥ १० - ३१॥
सगाणाम ्
SargaaNaam of creations
सृिय का सृीचा
AadiH the beginning
आिदः आिद आदी
AntaH the end
अः अ अंत
Cha and
च तथा तसेच
मम ्
Madhyam the middle
म म
state
Cha and
च और आिण
ु
Eva also
एव भी सा
अहम ्
Aham (I) am
म ही ँ मी ( आहे )
Adhyaatma- knowledge of
अािवा अािवा अािवा
Vidyaa Self
्
अथात ॄिवा णजे ॄिवा
िवानाम ् िवाओ ं म
Vidyaanaam among
िवांमे
sciences
VaadaH logical
वादः त िनणय के तिनणयासाठी
reasoning
िलये िकया के ला जाणारा वाद
जान ेवाला वाद
ूवदताम ्
Pravadataam among
परर िववाद परर वाद
arguments
करन ेवाल का करणाढयांमे
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
अय :-
हे अजनु ! सगाणाम ् आिदः मम ् च अः च एव अहम ् ( अि ) ,
िवानाम ् अािवा , ूवदताम ् वादः अहम ् ( अि ) ॥ १० - ३२ ॥
English translation:-
O Arjuna, of creations I am the beginning, the end and also the
middle state. Among the knowledges I am the knowledge of Self and
among arguments I am the logical reasoning.
ु :-
िही अनवाद
हे अजनु ! सृिय का आिद और अ तथा म भी म ही ँ । म िवाओ ं म
अािवा अथात ् ॄिवा और परर िववाद करन ेवाल का त िनणय के
िलये िकया जान ेवाला वाद ँ ।
मराठी भाषार :-
ु ! सृीचा आदी , अंत आिण म मीच आहे . सव िवांमे
हे अजना
अािवा , वाद करणाढयांमे तिनणयासाठी के ला जाणारा वाद
( तबोध ) मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
ु मी ओघ तो िह मी
सृीच मी अस मूळ मख
िवांत आ - िवा मी वांचा त - वाद मी ॥ १० - ३२ ॥
अराणाम ्
AksharaaNaam among
अर म अरांमे
letters
AkaaraH
अकारः letter A (अ) अकार अकार
Asmi (I) am
अि म ँ आहे
DvandvaH the dual
ः नामक समास ँ ं नावाचा समास
Saamaasikasya among word
सामािसक समास म समासांमे
compounds
Cha and
च और आिण
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी
Eva verily
एव तसेच
AkshayaH inexhaustibl
अयः अय ( अथात काल
् अिवनाशी
e/
everlasting का भी महाकाल )
KaalaH time
कालः काल काळ
Dhaataa the
धाता सब का धारण पोषण सवाच े धारण पोषण
supporter
करन ेवाला करणारा
अहम ्
Aham I (am)
भी म ही ँ मी ( आहे )
VishvataH- facing all
िवतः - तथा सब ओर सव बाजूनं ी तडे
MukhaH directions
ु ः
मख मखु वाला िवराट ् असणारा ( िवराट
प प )
अय :-
अराणाम ् अकारः , अि सामािसक ः , अयः कालः अहम ् एव , च
ु धाता च अहम ् ( अि ) ॥ १० - ३३॥
िवतः मखः
English translation:-
Among letters I am the letter “अ” and among word - compounds I am
ु :-
िही अनवाद
म अर म अकार ँ और समास म नामक समास ँ अयकाल अथात ्
ु
काल का भी महाकाल तथा सब और मखवाला िवराट ् - प सब का धारण पोषण
करन ेवाला भी म ही ँ ।
मराठी भाषार :-
ु , सवाच े
अरांतील अकार , समासांतील समास , िचरंतन काळ आिण सवतोमखी
धारण - पोषण करणाराही मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
समासांत अस ंद अरांत अकार मी
मी िच अय तो काळ िव - कता िवराट ् य ॥ १० - ३३॥
अहम ्
Aham I (am)
म मी ( आहे )
उि हेत ु ँ
UdbhavaH birth
उद ् - भवः उगम
Cha and
च और आिण
भिवताम ्
Bhavishyataam of future
उ होन ेवाल का उ होणाढयांचा
beings
KeertiH fame
कीितः कीित कीत
ShreeH prosperity
ौीः ौी ली
वाक ्
Vaak speech
वािण वाणी
Cha and
च तथा आिण
नारीणाम ्
NaareeNaam of the
िय म तसेच ियांमे
feminine
SmritiH memory
ृितः ृित ृती
Medhaa intelligence
मेधा मेधा मेधा
DhritiH firmness
धृितः धृित धृती
Kshamaa forgiveness
मा और मा ँ मा ( मी आहे )
अय :-
सवहरः मृःु , भिवताम ् उवः च अहम ् । नारीणाम ् च कीितः , ौीः , वाक ् ,
ृितः , मेधा , धृितः , मा च ( अहम ् अि ) ॥ १० - ३४ ॥
English translation:-
And I am the all-devouring death and the birth of future beings.
Among the feminines I am fame, prosperity, speech, memory,
intelligence, firmness and forgiveness.
ु :-
िही अनवाद
म सब का नाश करन ेवाला मृ ु और उ होन ेन ेवाल का उि हेत ु ँ तथा
िय म कीित , ौी , वाक ् , ृित , मेधा , धृित और मा ँ ।
मराठी भाषार :-
सवाचा संहार करणारा मृ ू आिण भिवकाळी उ होणाढयांा उीचे कारण
मीच आहे . ियांमे कीत , ली , वाणी , मेधा , धृती आिण मा मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
सव - नाशक मी मृ ु होणारा ज मी अस
वाणी ौी कीित नारत मा मेधा धृित ृित ॥ १० - ३४ ॥
नाम ् कुसमाकरः
मासानाम ् मागशीष ः अहम ् ऋतूनाम ु ॥ १० - ३५ ॥
सााम ्
Saamnaam among
गायन करन े योय गायन करयास
Saman
hymns ौिु तय म योय अशा छंदांत
Gaayatree Gaayatree
गायऽी गायऽी छ गायऽी
छसाम ्
Chhandasaam among
छंद म छंदांमे
metrical
compositions
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
मासानाम ्
Maasaanaam among
महीन म मिहांमे
months
Maarga- Maarga-
मागशीष ः मागशीष मागशीष
sheershaH sheersha
(from middle
of December
to middle of
January)
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
ऋतूनाम ् ु ं म
Rutunaam among
ऋतओ ं े
ऋतूम
seasons
कुसमाकरः
ु
KusumaakaraH the spring
वस वसंत ऋतू
(flowery
season) ( फुलांचा ऋतू )
अय :-
सााम ् बृहाम , तथा छसाम ् गायऽी अहम ् , मासानाम ् मागशीष ः , ऋतूनाम
नाम ्
( च ) कुसमाकरः
ु अहम ् ( अि ) ॥ १० - ३५ ॥
English translation:-
Among the Saman hymns I am the Brihat-Sama, among metrical
compositions I am Gayatri. Among months I am Margashirsha and
among seasons I am the flowery spring.
ु :-
िही अनवाद
ु
तथा गायन करन े योय ौितय म म बृहाम और छ म गायऽी छ ँ तथा
ु ं म वस म ँ ।
महीन म मागशीष और ऋतओ
मराठी भाषार :-
सामवेदामे बृहाम ोऽ , छंदांमे गायऽी छंद , मिहांमे मागशीष आिण
ं े वसंतऋतू मीच आहे .
ऋतूम
िवनोबांची गीताई :-
सामांत मी बृहत ् साम गायऽी मंऽ सार मी
मी मागशीष मासांत ऋतूतं फुलला ऋत ु ॥ १० - ३५ ॥
ूतम ् ु
Dhyutam the gambling
जूआ जगार
छलयताम ्
Chhalayataam among
छल करन ेवाल म ( छल ) कपट
fraudulents
करणाढयांतील
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
TejaH the splendour
तेजः ूभाव तेज
तेजिनाम ् ु ं ु पषां
ु तील
Tejasvinaam among
ूभावशाली पष तेजःपज
splendids
का
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
JayaH victory
जयः जीतन ेवाल का िजंकणाढयांचा िवजय
िवजय
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
ु
VyavasaayaH determination
वसायः िनय करन ेवाल िनयाक बी
(behind every
effort) का िनय
Asmi (I) am
अि म ँ मी आहे
सम ्
Sattvam purity
सािक भाव सािक भाव
सवताम ् ु का ु चा
Sattvavataam among the
सािक पष सािक पषां
purifieds
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी आहे
अय :-
छलयताम ् ूतम ् , तेजिनाम ् तेजः अहम ् अि , जयः ( अहम )् अि वसायः
( अहम )् अि , सवताम ् सम ् अहम ् ( अि ) ॥ १० - ३६॥
English translation:-
I am the gambling among the fraudulents, I am the splendour of the
splendid. I am victory; I am determination (behind every effort). I am
purity among purifieds.
ु :-
िही अनवाद
ु
म छल करन ेवाल म जूआ और ूभावशाली पष का ूभाव ँ । म जीतन ेवाल का
ु
िवजय ँ । िनयकरन ेवाल का िनय और सािक पष का सािक भाव ँ ।
मराठी भाषार :-
ु
कपट करणाढयांमे जगार ु मधील तेज मीच आहे . ध ैयशाली
, तेजी पषां
ु मधील ध ैय , िनय आिण जय मीच आहे . ( जय , िनय मी आहे आिण
पषां
सशीलांच े स मीच आहे . )
िवनोबांची गीताई :-
ूत मी छळणारांच तेजांतील तेज मी
स मी सािकांतील जय मी आिण िनय ॥ १० - ३६॥
वृीनाम ्
VrishNee- among Vrshnis
वृिवंिशय म यादवांा वृी
naam
नामक कुलामे
वासदेु वः
VaasudevaH Krishna ्
वासदेु व अथात म वासदेु व
यं तेरा सखा
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
पाडवानाम ्
PaaNDa- Among
पाडव म पांडवांमे
vaanaam Pandavas
धनम -् जयः अजनु अथात त् मु अजनु
Dhanam- Arjuna
JayaH
मनु ीनाम ् मिु नय म मनु मे
Muneenaam among sages
ु
Api also
अिप भी सा
अहम ्
Aham I (am)
म ही ँ मी आहे
VyaasaH Vyasa
ासः वेदास वेदास
कवीनाम ्
Kaveenaam among poets
किवय म कवमे
ु ाचाय ु ाचाय
Ushanaa Shukracharya
उशना शब शब
KaviH the poet
किवः किव कवी
अय :-
वृीनाम ् वासदेु वः , पाडवानाम ् धनम ् - जयः ( अहम ् ) अि , मनीनाम
ु ् अिप
English translation:-
Among the Vrushnis I am Krishna, among the Pandavas I am Arjuna;
among the sages I am Vyasa and among poets I am the poet
Shukracharya.
ु :-
िही अनवाद
यादव के अगत वृिवंिशय म वासदेु व म यं तारा
ु िमऽ, पाडव म अजनु
अथात ् खदु तमु , मिनय
ु ु
म वेदास और किवय म शबाचाय किव भी म ही ँ ।
मराठी भाषार :-
वृी कुलातील वासदेु व ( अथात मी तः ौीकृ ) , पाडवांमे अजनु , मनमे
ु
ु
ास आिण कवमे उशना नावाचा कवी ( शबाचाय ) मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
मी वासदेु व वृत पांडवांत धनंजय
ु
मनत ु मी ास कवत उशना किव ॥ १० - ३७ ॥
मिन
दडः
DandaH the sceptre ्
दड अथात दमन दंड ( दमन करयाची
करन े की शि शी )
दमयताम ्
Damayataam among
दमन करन ेवाल का दंड करणाढयांमे
rulers
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
NeetiH righteousn
नीितः नीित नीती
ess
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
िजगीषताम ्
JigeeShataam of those
जीतन े की िजंकयाची इा
who seek
victory इावाल की करणाढयांमे
मौनम ्
Maunam silence
मौन मौन
Cha and
च और आिण
Eva also
एव ही तसेच
Asmi (I) am
अि म ँ ( मी ) आहे
ु
गानाम ् Guhyaanaam among
गु रखन े योय ु
गगो मे
secrets
भाव का रक
ानम ्
Dnyaanam knowledge
तान तान
ानवताम ् ु मे
Dnyaanavattam of the
ानवान का ानी पषां
knowers
अहम ्
Aham I (am)
म ँ मी ( आहे )
अय :-
दमयताम ् दडः अि , िजगीषताम ् नीितः अि । गानाम
ु ् मौनम ् च एव अि ,
English translation:-
I am the sceptre of rulers; I am righteousness of those who seek
victory. I am silence of secrets and wisdom of the wise.
ु :-
िही अनवाद
म दमन करन ेवाल का दड अथात ् दमन करन े की शि ँ , जीतन े की इा
करन ेवाल की नीित ँ , गु रखन े योय भाव का रक मौन ँ और ानवान का
तान म ही ँ ।
मराठी भाषार :-
ु
शासन करणाढयांची िशा , िजंकू इिणाढयांची नीती , गगोचे रण करणारे मौन
आिण ानवंतांच े तान मीच आहे .
िवनोबांची गीताई :-
दंड मी दमवंतांचा िवजयेंस धम मी
गढू ांत मौन मी थोर ाांच े ान मी अस ॥ १० - ३८ ॥
यत ्
Yat which
जो जे
Cha and
च और आिण
ु
Api also
अिप भी सा
Sarva all
सव सब सव
भूतानाम ्
Bhutaanaam of beings
भूत की ूािणमाऽांा
बीजम ्
Beejam seed
उि का कारण है उीचे कारण
तत ्
Tat that
वह ते
अहम ्
Aham I
म ही ँ मी ( आहे )
Na none
न नही नाही
तत ्
Tat that
वह ते
Asti exists
अि है आहे
Vinaa without
िवना रिहत िशवाय
यत ्
Yat which
जो जे
ात ्
Syaat may exist
हो असेल
ु से
Mayaa by Me
मया िक मझ माया
भूतम ्
Bhutam being
ऐसा कोई भी भूत ूाणी
Chara moving (and)
चर चर चल
अचरम ्
Charam unmoving
और अचर अचल
अय :-
हे अजनु ! सव भूतानाम ् यत ् च बीजम ् तत ् अिप अहम ् ( अि ) , यत ् चर -
अचरम ् भूतम ् ात ् तत ् मया िवना न अि ॥ १० - ३९ ॥
English translation:-
O Arjuna, I am that entity, which is the seed of all beings. There is no
being moving or unmoving, which can exist without Me.
ु :-
िही अनवाद
हे अजनु ! जो सब भूत की उि का कारण है वह भी म ही ँ ; िक ऐसा
ु से रिहत हो ।
चर और अचर कोई भी भूत नह है , जो मझ
मराठी भाषार :-
ु ! सव ूािणमाऽांा उीचे कारण ( बीज ) मीच आहे . मायावाचून
हे अजना
असू शके ल असा कोणतीही चल अथवा अचल ूाणी नाही .
िवनोबांची गीताई :-
तस िच सव भूतांच बीज ज त िह ज़ाण मी
मायािवण नसे कांह लेश माऽ चराचर ॥ १० - ३९ ॥
िदानाम ्
Divyaanaam of divine
िद िद
िवभूतीनाम ्
Vibhuteenaam (of)
िवभूितय का िवभूतना
manifestations
हे अजनु ! हे शऽतु ापदायक
Parantapa O Arjuna !
परंतप
अजनु ा !
EShaH this
एषः यह हा
तु ु ारे िलये
Tu only
तो त के वळ
UddeshataH briefly
उद ्-देशतः संपे से थोडात
ु ा) सांिगतला आहे
ProktaH stated
ू-उः कहा है (तल
VibhuteH Of
िवभूतःे अपनी िवभूितय ( माया तःा )
manifestation
का िवभूतचा
VistaraH extent
िवरः िवार िवार
Mayaa By Me
मया म न े मी
अय :-
हे परंतप ! मम िदानाम ् िवभूतीनाम ् अः न अि , एषः त ु िवभूतःे िवरः
मया उद-् देशतः ू-उः ॥ १० - ४० ॥
English translation:-
O Arjuna, there is no end to My divine manifestations. This is only a
brief statement by Me of the extent of My manifestations.
ु :-
िही अनवाद
हे परंतप ! मेरी िद िवभूितय का अ नह है । म ने अपनी िवभूितय का यह
ु
िवार तो तारे िलये संपे से कहा है ।
मराठी भाषार :-
ु ! माया िद िवभूतना अ नाही . पण िवभूतचा हा
हे शऽूला - तापदायक अजना
ु थोडात सांिगतला आहे .
िवार मी तला
िवनोबांची गीताई :-
माया िद िवभूतस नसे अंत कुठ िच तो
तरी िवभूित िवार हा मी थोांत बोिलल ॥ १० - ४०॥
यत ्
Yat what
जो जी
यत ्
Yat what
जो जी
सम ् व ु है
Sattvam being
वू ( आहे )
ौीमत ् ु ु
Shreemat prosperous
कांितय कांतीन े य
ऊिजतम ् ु ु
Urjitam powerful
और शिय शीय
ु
Eva also
एव भी सा
Vaa or
वा अथवा अथवा
तत ्
Tat that
उस ती
तत ्
Tat that
उस को ती
ु
Eva only
एव ही सा
Ava- know
अव-ग जान लो जाणून घे
gachchaaH
म ् तमु
Tvam you
तू
Mama My
मम मेरे माया
TejaH splendour
तेजः तेज के तेजाा
Amsha part
अंश अंश की अंश
्
सम-भवम ् Sambhavam manifestation
अिभि अिभी
अय :-
यद ् यद ् सम ् िवभूितमत ् , ौीमद ् , ऊिजतम ् एव वा ( अि ) तद ् तद ् मम तेजः
अंश सवम ् ( अि इित ) एव म ् अवग ॥ १० - ४१॥
English translation:-
Whatever being is glorious, prosperous or powerful, you (better)
know that to be a manifestation of a part of My splendour.
ु :-
िही अनवाद
ु अथात ् ऐयय
जो - जो भी िवभूितय ु कािय ु व ु है उस -
ु और शिय
मराठी भाषार :-
ु , शोभाय
जी जी व ू वैभवय ु आिण ूभावय
ु आहे , ती ती व ू माया
िवनोबांची गीताई :-
ु जी व ु लीवंत उदा वा
िवभूित - य
माया िच िकरणांतिू न िनघाली ज़ाण ती असे ॥ १० - ४१॥
िकम ्
Kim what
ा ूयोजन है ( ाचा )
काय उपयोग आहे ?
Dnyaatena by being
ातेन जानन े से जाणून
known
ु ारा ु ा
Tava to you
तव त तल
VishtabhyaH having
िव धारण कर धारण कन
pervaded
अहम ्
Aham I
म अपनी योगशि मी
के
इदम ्
Idam this
इस हे
कृ म ्
Kritsnam all
सूण ू
संपण
Eka one
एक एक ( फ ) एक
Anshena fragment
अंशने अंशमाऽ से अंशान े
SthitaH I remain
ितः ित ँ ित आहे
steady
जगत ् ्
Jagat universe
जगत को जग
अय :-
हे अजनु ! अथवा एतेन बना ातेन तव िकम ् ? अहम ् इदम ् कृ म ् जगत ्
एक अंशने िव ितः ( अि इित म ् िवि ) ॥ १० - ४२॥
English translation:-
O Arjuna, but what is the need of the knowledge of such details to
you. Having pervaded this entire universe by one fragment, I remain
omnipresent.
ु :-
िही अनवाद
अथवा हे अजनु ! इसे बत जानन े से तेरा ा ूयोजन है । म इस सूण जगत ्
को अपनी योगशि के एक अंशमाऽ से धारण कर ित ँ ।
मराठी भाषार :-
ु ! तला
( िकं वा ) हे अजना ु इतका िवार जाणून काय लाभ होणार ? ( थोडात ,
िवनोबांची गीताई :-
अथवा काय ह फार ज़ाणूिन किरशील तूं
एकांश िव ह सार ापूिन उरल िच मी ॥ १० - ४२॥
ु
गीता सगीता कता िकम ् अ ैः शािवरैः ।
या यम ् पनाभ मखपाद
ु ् िविनःसृता ॥
ु
गीता सगीता करयाजोगी आहे णजेच गीता उम ूकारे वाचून ितचा अथ आिण भाव
अःकरणात साठवणे हे कत आहे . तः पनाभ भगवान ् ौीिव ु
ूं ा मखकमलातू
न गीता
ूगट झाली आहे . मग इतर शाांा फाफटपसाढयाची जरच काय ?
- ौी महष ास
िवनोबांची गीताई :-
गीताई माउली माझी ितचा मी बाळ न ेणता ।
पडतां रडतां घेई उचिन कडेवरी ॥
Vibhuti Yoga Page: 85 of 85 Chapter 10