ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ इंडिया
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सर्वोन्नत ऑर्डर ऑफ स्टार ऑफ इंडिया एक बहादुरी के लिये दिया जाता हुआ सम्मान होता था। इसकी स्थापना महारानी विक्टोरिया द्वारा १८६१ में की गयी थी। इस सम्मान की तीन श्रेणियां थीं:
भारतीय स्वतंत्रता उपरांत इसे कभी भी नहीं दिया गया।
इतिहास
[संपादित करें]इसके नियुक्त व्यक्ति थे:
- HRH प्रिंस अल्बर्ट
- HRH ्प्रिंस ऑफ वेल्स
- HH ्नवाब मीर ताह्नियत अली खान बहादुर, हैदराबाद के निजाम
- HH जयाजी राव सिंधिया, [[ग्वालियर के महाराजा
- HH महाराजा दलीप सिंह, सिख साम्राज्य के पूर्व महाराजा
- HH रणबीर सिंह, जम्मू एवं कश्मीर के महाराजा
- HH Tukojirao Holkar, Maharaja of Indore
- HH Narendra Singh, Maharaja of Patiala
- HH Khanderrao Gaekwad, Maharaja of Baroda
- HH Nawab Sikander Begum, Nawab Begum of Bhopal
- HH Yusef Ali Khan Bahadur, Nawab of Rampur
- The Lord Gough, Commander-in-Chief of the Indian Army
- The Lord Harris, Governor of Madras
- The Lord Clyde, Commander-in-Chief of the Indian Army
- Sir George Russell Clerk, Kt., Governor of Bombay
- Sir John Laird Mair Lawrence, Bt., GCB, Lieutenant-Governor of the Punjab
- Sir James Outram, Bt., GCB, Member of the Viceroy's Council
- Sir Hugh Henry Rose, GCB, Commander-in-Chief of the Indian Army
संयोजन
[संपादित करें]अंगरखा और साज-सज्जा
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पूर्ववर्तिता और प्राधिकार
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]Order of the Star of India से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। |